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Uttarakhand Recruitment Scam: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर उत्तराखंड विधानसभा सचिवालय में की गई नियुक्तियों (जिन पर विवाद हुआ है) पर उच्च स्तरीय जांच कराने का आग्रह किया है. सीएम ने साथ ही विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी भूषण से नियुक्तियों में अनियमितता पाए जाने पर उन्हें रद्द करने के लिए कहा है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते रविवार को यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में रिपोर्ट की गई अनियमितताओं के संबंध में विधानसभा अध्यक्ष के साथ चर्चा की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि चूंकि उत्तराखंड विधानसभा एक संवैधानिक निकाय है, इसलिए मैं कथित अनियमितताओं के संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से बात करूंगा और जांच की जाएगी. सीएम ने कहा था कि दोषी चाहे किसी भी कार्यकाल के दौरान के हों, उन्हें नहीं बख्शा जाएगा.
कांग्रेस ने की है सीबीआई जांच की मांग
कांग्रेस ने सोमवार को उत्तराखंड विधानसभा, राज्य कर्मचारी चयन समितियों और राज्य सरकार के अन्य विभागों में भर्ती में अनियमितताओं के आरोपों की सीबीआई जांच की मांग की थी. उत्तराखंड कांग्रेस इस मुद्दे को राज्य में उठाती रही है. उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि चुने हुए लोग, जो सत्ता में बैठे लोगों से जुड़े हैं, वे पर्याप्त योग्य नहीं हैं और बिना किसी परीक्षा के चुन लिए गए. योग्य लोगों के बजाय इन्हें रोजगार दिया गया है.
यूकेएसएसएससी की तीन भर्तियों की हो रही है जांच
उन्होंने कहा था कि हम केंद्र सरकार से आग्रह करते हैं कि उत्तराखंड सरकार के नेता इस भर्ती घोटाले में शामिल हैं और किसी भी क्षेत्रीय या राज्य एजेंसी द्वारा उचित जांच नहीं की जा सकती है. इसलिए सीबीआई से मामले की जांच करवाई जाए. बता दें कि, यूकेएसएसएससी की तीन भर्तियों की जांच हो रही है. इसके अलावा विधानसभा (Uttarakhand Assembly) में की गई भर्तियों को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं. आरोप है कि विधानसभा में 72 नियुक्तियां बैक डोर से हुई हैं. यूकेएसएसएससी (UKSSSC) भर्ती घोटाले को लेकर राज्य के विशेष पुलिस बल (एसटीएफ) ने अब तक 29 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है.
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